Shayari ki duniya
उठ जाए तस्वीरों से रंगों की तरह हम वक्त की टहनी पर है परिंदों की तरह हम
नींद सोती रहती है बिस्तर पर और हम टहलते रहते तेरी यादों में
बड़ी लंबी खामोशी से गुजरा हूं मैं किसी से कुछ कहने की कोशिश में
वक्त को भी हुआ है जरूर किसी से इश्क जो वह बेचैन है इतना कि ठहरता ही नहीं
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी निगरानी में पूरा शहर लग गया देखते ही देखते पता चला शहर में तो करो ना का कहर लग गया
आग लगती है तो लगने दो हमें भी बुझाने का सो गया गूंगा नहीं खड़े महफिल में मेरे दोस्त हमें भी गाने का सॉन्ग है
अरे तू ही रख ले बिगड़ने ने अपना बना कर मैं तो छोड़ कर चला गया हूं तने समझा कर
अरे तू पहले दिल गइले खेली होली भी खेलनी बात कर लिया तेरा तेरा तेरा सुरूर प्यार तुम्हारी याद की खुशबू मेरे दामन से लिपट गई बड़ा सा सा लगता है तुम्हारे बारे में सोचता रहना
जब याद आए हमारी तो बेटी हुई किताब का कोई पन्ना खोल लेना क्या पता हमारी कोई तस्वीर सामने आ जाए
पढ़ रहा हूं इश्क की किताब मेरे दोस्त बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नहीं जो खा कर मर जाए ऐसा कोई शहर नहीं और जो गोविंदा मार दे ऐसा किसी का बैर नहीं
देख कर तेरा यूं पलट जाना नफरत बता रही है कि मोहब्बत तूने भी गजब की की थी
पास में ही रहते हैं वह पास में ही रहते हो लेकिन कभी साथ नहीं होते अरे पास में ही रहते हैं वह कभी साथ नहीं होते बहुत लोग जलते हैं हमसे फिर भी जल कर राख नहीं होते
यह दूर रहना ही मोहब्बत में सब कुछ नहीं है मेरे दोस्त भूल जाना भी अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है
लम्हे अगर फुर्सत के आए तो रंजिशें भुला देना दोस्तों किसी को नहीं खबर की सांसों की मोहलत कहां तक की है
क्यों मदहोश करती है मुझे तेरी मौजूदगी कहीं तुझे मुझसे प्यार तो नहीं हो गया
Shayari ki duniya
उठ जाए तस्वीरों से रंगों की तरह हम वक्त की टहनी पर है परिंदों की तरह हम
नींद सोती रहती है बिस्तर पर और हम टहलते रहते तेरी यादों में
बड़ी लंबी खामोशी से गुजरा हूं मैं किसी से कुछ कहने की कोशिश में
वक्त को भी हुआ है जरूर किसी से इश्क जो वह बेचैन है इतना कि ठहरता ही नहीं
दो मुलाकात क्या हुई हमारी तुम्हारी निगरानी में पूरा शहर लग गया देखते ही देखते पता चला शहर में तो करो ना का कहर लग गया
आग लगती है तो लगने दो हमें भी बुझाने का सो गया गूंगा नहीं खड़े महफिल में मेरे दोस्त हमें भी गाने का सॉन्ग है
अरे तू ही रख ले बिगड़ने ने अपना बना कर मैं तो छोड़ कर चला गया हूं तने समझा कर
अरे तू पहले दिल गइले खेली होली भी खेलनी बात कर लिया तेरा तेरा तेरा सुरूर प्यार तुम्हारी याद की खुशबू मेरे दामन से लिपट गई बड़ा सा सा लगता है तुम्हारे बारे में सोचता रहना
जब याद आए हमारी तो बेटी हुई किताब का कोई पन्ना खोल लेना क्या पता हमारी कोई तस्वीर सामने आ जाए
पढ़ रहा हूं इश्क की किताब मेरे दोस्त बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नहीं जो खा कर मर जाए ऐसा कोई शहर नहीं और जो गोविंदा मार दे ऐसा किसी का बैर नहीं
देख कर तेरा यूं पलट जाना नफरत बता रही है कि मोहब्बत तूने भी गजब की की थी
पास में ही रहते हैं वह पास में ही रहते हो लेकिन कभी साथ नहीं होते अरे पास में ही रहते हैं वह कभी साथ नहीं होते बहुत लोग जलते हैं हमसे फिर भी जल कर राख नहीं होते
यह दूर रहना ही मोहब्बत में सब कुछ नहीं है मेरे दोस्त भूल जाना भी अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है
लम्हे अगर फुर्सत के आए तो रंजिशें भुला देना दोस्तों किसी को नहीं खबर की सांसों की मोहलत कहां तक की है
क्यों मदहोश करती है मुझे तेरी मौजूदगी कहीं तुझे मुझसे प्यार तो नहीं हो गया
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